प्रत्यय (क्त्वा)

                                                                 

          प्रत्यय (क्त्वा)
    राम पढ़ता हैं।     
प्रत्यय (क्त्वा)
                      
    राम: पठति। 

 धातु में अगर एक अंश जुड़ जाता है तो उसे प्रत्यय कहते हैं।
    उदहारण :- १) पठितुम्
                    २) नत्वा
                    ३) आगम्य

 प्रत्यय तीन  प्रकार के होते हैं।
              १) कृत प्रत्यय
              २) तद्धित प्रत्यय
              ३) सत्री प्रत्यय
 
 कृत प्रत्यय धातु में २० प्रकार से प्रयोग होते हैं।
  CBSE covers only these:-
 १) क्त्वा प्रत्यय
 २) तुमुन् प्रत्यय
 ३) ल्यप् प्रत्यय
 ४) क्त प्रत्यय
 ५) क्तवतु प्रत्यय
 ६) शतृ प्रत्यय
 ७) शानच प्रत्यय
 ८) अनीयर प्रत्यय
 ९) तव्यत् प्रत्यय

 → क्त्वा प्रत्यय धातु के पीछे लगने से 'करके' या 'कर' का अर्थ देता है धातु को।
 → इसे use करने के लिए हम इसमें 'त्व' शेष रखते है।
 उदहारण :- १) पठ् → पठित्वा  
                २) मिल् → मिलित्वा
                ३) कृ →     कृत्वा
                ४) वच्  →  उक्तवा

Examples with sentences: 
 1) बाल: पठित्वा क्रिडति। 
      बालक पढ़कर खेलता है।

2) राम: विद्यालयम् गत्वा पठति।
     राम विद्यिलय को जाकर पढ़ता हैं।

3) सुरेश: हसित्वा वदति।
     सुरेश हँसकर बोलता हैं।

NOTE: कर्ता के द्वारा कार्य हो रहा हैं और पहले कार्य के बाद दुसरा कार्य कर रहा है, तो 'क्त्वा प्रत्यय' पहली धातु में प्रयोग की जा रही है।

१) छात्र: पाठं पठति, लेखं लिखति च।
    पहले छात्र पाठ पढता है, और फिर लेख लिखता है।
   छात्र: पाठं पठित्वा लेखं लिखति।

२)गज: चलति, खादति च।
    गज: चलित्चा खादति।

३) छात्रा नमति, कथां च कथयति।
     छात्रा नत्वा कथां कथयति। 
प्रत्यय (क्त्वा)

NOTE: क्त्वा प्रत्यय का प्रयोग होने के बाद नया शब्द जो बनता है वह अव्यय की  तरह भी use होता है क्योंकि फिर इसका कोइ नहीं बनता।

PRACTICE QUESTIONS

१) वह उद्यान में खेलता है, घर आता है।

२) वह इश्वर को  प्रणाम करता हैं, कार्य करता है।
   
  

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