मतुप्‌ प्रत्यय

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तद्धित प्रत्यय ‌‌ संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया- विशेषण तथा अव्यय में प्रत्यय                                लगता हैं।
e.g: ‌‌‌ दशरथ+ इञ्(इ) = ‌दाशरथि: (दशरथ कि) 

मतुप्‌ प्रत्यय

Abstract noun to adjective = भाववाचक संज्ञा to विशेषण 
इस प्रत्यय का प्रयोग किसी एक वस्तु का दूसरी वस्तु में होना सूचित करने के लिए होता हैं।‌‌‌
e.g.
  1.  बुद्धि + ‌मतुप् = बुद्धिमत् 
  2.  धन + मतुप् = धनवत्‌‌

मतुप्‌ प्रत्यय

                               ↙               ↘
                            मत्                    वत्‌ ‌
मत् is used in 
इकारान्त‌
मतुप्‌ प्रत्यय











कारान्त
मतुप्‌ प्रत्यय




कारान्त
मतुप्‌ प्रत्यय








कारान्त &                                           हलन्त‌(इकारान्त‌,  कारान्त,  कारान्त, कारान्त)
मतुप्‌ प्रत्यय






वत् is‌ used in 
कारान्त
मतुप्‌ प्रत्यय









कारान्त
मतुप्‌ प्रत्यय











⇰ हलन्त‌ (कारान्त, आकारान्त)
मतुप्‌ प्रत्यय







मतुप्‌ प्रत्यय से बना शब्द या विशेषण‌ woks according to विशेष्य same विभक्ति, वचन, लिंग‌‌‌‌‌
works according to which शब्द रूप ?
उत्तर- पुo ‌‌→ भवान् (पुo ‌‌शब्द रूप‌)‌
‌        स्त्रीo ‌‌→ भवान् (स्त्री ‌‌शब्द रूप‌)‌

 बलवत् एकवचन  द्विवचन बहुवचन 
 पुo बलवान् बलवन्तौ बलवन्तः
 स्त्रीo बलवती बलवत्यौ बलवत्यः
 नपुoबलवत्  बलवती बलवन्ति

 गोमत् एकवचन द्विवचन 
बहुवचन 
 पुo गोमान् गोमन्तौ गोमन्तः
 स्त्रीoगोमती गोमत्यौ गोमत्यः
 नपुo गोमत् गोमती गोमन्ति

TIME TO PRACTICE
1) सिध्दार्थ दयावान था।
    ‌‌‌‌सिध्दार्थ: दयावान् आसीत्।
2) हनुमान श्रीराम के अद्वतीय भक्त थे।
   ‌‌‌‌ हनुमान्‌ श्रीरामस्य ‌अद्वतीय: भक्त आसीत्।
3) आसा ही बलवान होती हैं।
    आसा हि बलवती भवति।
4) शक्तिमान देश की रक्षा करते हैं।
   ‌‌ ‌शक्तिमन्त:‌ देशस्य ‌रक्षन्ति।
5) छायावान वृक्ष मार्ग में यात्रियों कों आश्रय देते हैं।
     छायावन्तः वृक्षा: मार्गे पथिकेभ्य: ‌‌आश्रयं यच्छन्ति।‌‌
6) जो सत्यवादी, निष्ठावान विन्यवान और क्रीतिमान हैं वही श्रेष्ठ हैं।
‌‌ ‌‌‌‌‌‌‌   य: सत्यवादी, निष्ठावान्‌, विन्यवान्, ‌क्रीतिमान् च अस्ति स: एव श्रेष्ठ:। ‌‌





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